कोरोना वायरस से फैली महामारी ने छात्र छात्राओं का सारा समीकरण बिगाड़ कर रख दिया है। लॉकडाउन के चलते उनकी पढ़ाई और तैयारी बाधित हुई है, लेकिन इससे हताश या निराश होने की जरूरत नहीं है। जो कुछ सामान्य परिस्थितियों में होता, वही अब भी होगा, लेकिन इससे पहले इंतजार किया जा रहा है कि किस तरह महामारी से निजात पायी जाए। इसलिए तैयार रहें। जैसे ही अगला मौका मिलता है, तत्काल कूद पड़ें मैदान में। दसवीं और 12वीं करने वाले तमाम छात्रों को यह स्पष्ट ही नहीं होता कि वे क्या करें। या आगे भविष्य का कौन सा रास्ता उनके लिए ठीक रहेगा। हाईस्कूल कर लिया, लेकिन यह नहीं पता कि इसके बाद क्या करना ठीक
रहेगा। साइंस का रास्ता चुनें या कामर्स का या फिर आर्ट्स का, कुछ निश्चित नहीं हो
पाता है। इसकी वजह यह है कि आगे इंटर के बाद क्या क्या रास्ते खुलते हैं, इसकी सही
तरह से जानकारी नहीं होती।