CUET 2022 की इन तारीखों को न भूलें
CUET 2022 के माध्यम से प्रवेश चाहने वाले विद्यार्थी 6 मई, 2022 से पहले तक अपना आवेदन पूरा कर लें। यह काम जितनी जल्दी पूरा कर लें, अच्छा है, क्योंकि इसके माध्यम से लाखों विद्यार्थी आवेदन करेंगे, ऐसे में कई बार सर्वर क्रैश होने या तकनीकी समस्या की बाधा सामने आती है, आखिरी समय में आवेदन करने से छात्रों की परेशानी बढ़ जाती है। ऐसी समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए जितनी जल्दी हो सके, आवदेन कर लेना चाहिए।
CUET 2022: सीयूसीईटी के स्थान पर सीयूईटी
जैसा की हम सभी जानते हैं कि CUET 2022 का आयोजन पूर्ववर्ती सीयूसीईटी के स्थान पर किया जा रहा है। इसी परीक्षा के माध्यम से देशभर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक के पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाएगा। केंद्रीय विद्यालयों के अलावा कुछ कई निजी और राज्य विश्विद्यालय भी इस परीक्षा से जुड़ सकते हैं। यानी अपने यहां प्रवेश वे इसी परीक्षा के माध्यम से दे सकते हैं। हालांकि मूलरूप से देश के 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के स्नातक पाठ्यक्रमों यानी अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज़ में प्रवेश के लिए ये परीक्षा पास करनी होगी। इसलिए अब 12वीं के अंकों की मेरिट लिस्ट की बजाय इसी परीक्षा पर भरोसा करें। अब तक सीयूईटी 2022 की तारीख की कोई भी आधिकारिक घोषणा तो नहीं की गई है। हालांकि, यह बात तय मानी जा रही है कि परीक्षा का आयोजन जुलाई महीने में किया जाएगा। सीयूईटी का आयोजन 13 भाषाओं हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, उर्दू, असमिया, बंगाली, पंजाबी, उड़िया और अंग्रेजी में किया जाएगा। पेपर में तीन भाग होंगे।
CUET 2022: सीयूईटी 2022 के लिए कैसे करें आवेदन?
सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट cuet.samarth.ac.in पर जाएं।
अब होम पेज पर दिखाई दे रहे पंजीकरण के लिंक पर क्लिक करें।
अब आप एक नए पेज पर आ जाएंगे।
यहां मांगी जा रही जानकारी को दर्ज कर के अपना पंजीयन करें।
अब अपनी आईडी और पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन करें।
अब सभी जानकारी को दर्ज कर के आवेदन पत्र को भरें।
अब जरूरी दस्तावेजों को अपलोड करें।
अब आवेदन शुल्क का भुगतान करें और सबमिट के बटन पर क्लिक करें।
आगे की जरूरत के लिए आवेदन पत्र को डाउनलोड कर के इसका प्रिंट भी निकलवा लें।
देश में कितने केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं?
यूजीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 31 मार्च 2021 तक भारत में कुल 54 केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं। इनमें से 45 विश्वविद्यालय शिक्षा मंत्रालय के भीतर आते हैं। नौ अन्य विश्वविद्यालय दूसरे मंत्रालयों के अधीन हैं। इनमें राजधानी दिल्ली में सबसे ज़्यादा सात केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं। इनमें दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), जामिया मिल्लिया इस्लामिया और इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) शामिल हैं। दिल्ली के बाद सबसे ज़्यादा केंद्रीय विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में हैं। यहां के छह केंद्रीय विश्वविद्यालयों में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू), इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) शामिल हैं। बिहार में चार केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और मणिपुर में तीन-तीन केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं। असम, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु में दो-दो केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं। अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, मिज़ोरम, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, पुद्दुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में एक-एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है। इन विश्वविद्यालयों में किन-किन विषयों में अंडरग्रेजुएट की पढ़ाई होती है, इसकी जानकारी अलग-अलग विश्वविद्यालयों की वेबसाइटों पर मिल सकती है। आवेदन छह अप्रैल की शाम को शुरू हुआ और छह मई की शाम पांच बजे तक किया जा सकेगा।
परीक्षा कहां होगी?
परीक्षा पूरे देश के विभिन्न 547 शहरों में आयोजित करवाई जाएगी। इन शहरों के नाम बाद में घोषित किए जाएंगे। भारत से बाहर 13 देशों में भी टेस्ट दिया जा सकता है जिसकी फ़ीस ज़्यादा होगी। परीक्षा दो पाली में होगी। पहली पाली की परीक्षा सवा तीन घंटे की होगी। दूसरी पाली की पौने चार घंटे की। रिज़ल्ट निकलने की तारीख़ बाद में एनटीए और सीयूईटी की वेबसाइटों पर घोषित की जाएगी।
परीक्षा कैसे होगी?
परीक्षा ऑनलाइन होगी। इसे सीबीटी यानी कंप्यूटर बेस्ड मोड टेस्ट कहा जाता है। ये परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी या नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) आयोजित करवाएगी। इस तरह से ली जानेवाली परीक्षा में एनटीए की वेबसाइट पर लॉगिन बनाना होता है और परीक्षा केंद्र पर उस लॉगिन से टेस्ट देना होता है।
परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न यानी मल्टिपल च्वाइस क्वेस्चंस पूछे जाएंगे। परीक्षा में पूछे जाने वाले सारे सवाल एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के 12वीं कक्षा के स्तर के होंगे। परीक्षा के तीन हिस्से होंगे। पहले हिस्से में भाषा की परीक्षा होगी। इनमें हिंदी, अंग्रेज़ी जैसी 13 भाषाएं होंगी। परीक्षार्थी को इनमें से केवल एक भाषा की परीक्षा देनी होगी। पहले हिस्से का एक और खंड है जिसमें 20 भाषाओं की परीक्षा होगी। इस परीक्षा में वही छात्र हिस्सा लेंगे जो इन भाषाओं में आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं। दूसरे हिस्से में डोमेन-विशिष्ट विषय होंगे। यानी वो विषय जिनकी छात्रों ने 12वीं में पढ़ाई की है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपनी जो नीति घोषित की है उसमें कहा गया है कि परीक्षा के दूसरे हिस्से में एक छात्र को कम-से-कम तीन विषय चुनने होंगे। तीसरे हिस्से में सामान्य ज्ञान पर आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे। हालांकि, दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अपनी प्रवेश नीति में कहा है कि सामान्य ज्ञान की परीक्षा केवल बीए के कोर्सेज़ में प्रवेश के लिए ली जाएगी। सीयूईटी की परीक्षा के दूसरे हिस्से में उन्हीं विषयों के प्रश्न पूछे जाएंगे जो छात्रों ने 12वीं में पढ़े हैं। मगर छात्र परीक्षा के स्कोर के आधार पर आगे दूसरे विषयों में अंडरग्रेजुएट कोर्सेज़ में दाख़िला ले सकते हैं। यानी जिस विषय की पढ़ाई करनी है, उस विषय का टेस्ट नहीं देना होगा। टेस्ट उन्हीं विषयों का देना होगा जिनकी 12वीं में पढ़ाई की गई है।
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