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सोर्स : गूगल इमेजेज |
लॉकडाउन के दौरान पंजाब के पटियाला में आज पुलिसकर्मियों ने मंडी में जाने से एक
वाहन को रोका तो उसके चालक ने हमला कर कृपाण से एक दारोगा का हाथ काट दिया। हाथ पूरी तरह शरीर से अलग हो गया। उ
सके अन्य साथियों
ने भी पुलिस पर हमला किया, जिससे कई पुलिसकर्मी
घायल हो गए। इसके बाद हमलावर भाग कर एक गुरुद्वारे में छिप गए, जहां से पुलिस ने सात हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया।
पटियाला में इन हमलावरों ने जिस क्रूरता से पुलिसकर्मी का हाथ काट डाला, उसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। बताया जाता
है कि ये हमलावर निहंग सिख हैं। ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि वास्तव में निहंग सिख
कौन होते हैं। निहंग सिख आक्रामक तो होते हैं, लेकिन धर्म और सच्चाई के लिए लड़ते हैं, फिर आखिर ये कैसे लोग थे, जिन्होंने एक दारोगा का हाथ काटकर उसे जीवनभर के
लिए अपंग बना दिया। कौन होते हैं निहंग सिख
10 गुरुओं के समय पर निहंग सिख गुरुओं के रक्षक तथा पहरेदार होते
थे । साथ ही गुरुओं द्वारा लिखे गए ग्रंथों तथा धार्मिक लेखों की सुरक्षा की जिम्मेदारी
निहंग सिख ही निभाते थे। इतना ही नहीं, यदि कभी सिख धर्म पर कोई संकट आया तो निहंग सिख अपने प्राणों की परवाह किए बिना
गुरु ग्रंथ साहिब" की रक्षा में जुट जाते थे। सही मायनों में निहंगों को निडर, बहादुर और उनके आक्रामक व्यक्तित्व के लिए भी जाना
जाता है। निहंग सिखों के धर्म चिन्ह आम सिखों की अपेक्षा मज़बूत और बड़े होते हैं।
जन्म से लेकर जीवन के अंत तक जितने भी जीवन संस्कार होते हैं, सिख धर्म के अनुसार ही वे उनका पूरी श्रदधा और निष्ठा
से निर्वहन करते हैं l दरअसल, निहंग से अभिप्राय है ऐसे सिख जो पूर्ण रूप से दसम
गुरुओं के आदेशों के लिए हर समय तत्पर रहते हैं और प्रेरणाओं से ओतप्रोत होते हैं।
ये परंपरागत हथियार रखते हैं। निहंग सिखों के मुख्य हथियार कटार तथा भाला होते हैं।
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