कोरोना
वायरस का प्रकोप ऐसे समय में बढ़ा है, जब परीक्षाओं, परिणाम, नई कक्षाओं
में प्रमोशन आदि का समय होता है। लेकिन कोरोना के कारण सारा शिड्यूल बिगड़
चुका है। पठन पाठन काकार्य बाधित है।
शिक्षा सत्र के पिछड़ने का खतरा पैदा
हो गया है। ऐसे में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कुछ लचीला
रुख अपना है। उसने कहा कि मान्यता प्राप्त देशभर के स्कूलों में पहली से
आठवीं कक्षा तक के सभी बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। मतलब
यह कि किसी भी बच्चे को अनुत्तीर्ण नहीं किया जाएगा। खुद मानव संसाधन विकास
मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि मौजूदा
स्थिति को देखते हुए सीबीएसई के साथ सलाह-मशविरा कर यह निर्णय लिया गया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री के आदेश के बाद सीबीएसई ने भी इसकी आधिकारिक
घोषणा कर दी है। सीबीएसई ने बयान में कहा है कि एनसीईआरटी के साथ परामर्श
कर इस संबंध में एक एडवाइजरी भी जारी की जाएगी। सीबीएसई ने संबद्ध स्कूलों
को नौवीं और 11वीं के बच्चों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पास करने के
लिए भी कहा है। आंतरिक मूल्यांकन में प्रोजेक्ट वर्क, पीरियोडिक परीक्षाएं
और टर्म परीक्षाओं के अंक जोड़े जाएंगे। अगर किसी छात्र के इस आंतरिक
मूल्यांकन में कम अंक आते हैं या वह फेल होता है तो उसका स्कूल बेस्ड टेस्ट
लिया जाएगा। यह ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों प्रकार से हो सकता है। आंतरिक
मूल्यांकन क्लियर न कर पाने वाले बच्चों को इस टेस्ट के आधार पर अगली कक्षा
में प्रमोट किया जाएगा।
10 दिन पहले दे दी जाएगी परीक्षा की सूचना
सीबीएसई
का कहना है कि दसवीं-बारहवीं की शेष परीक्षाओं को पुन: आयोजित किया जाएगा।
हालांकि अब उन्हीं विषयों की परीक्षा कराई जाएगी, जो उच्च संस्थाओं में
दाखिले के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। सीबीएसई ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के
बारे में परीक्षा से लगभग 10 दिन पहले सभी हितधारकों को सूचना दी जाएगी।
अब 11वीं कक्षा के छात्र पढ़ेंगे अप्लाइड मैथमेटिक्स
सीबीएसई
11वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में एक नया विषय शामिल करने जा रहा है। 11वीं के
छात्र अब अप्लाइड मैथमेटिक्स विषय पढ़ सकेंगे। सीबीएसई द्वारा जारी नोटिस
के मुताबिक इस विषय की मदद से छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में बुनियादी
गणितीय और सांख्यिकीय उपकरणों और उनके अनुप्रयोगों की समझ विकसित करने में
मदद मिलेगी। जिन छात्रों के पास 10वीं में बेसिक मैथ थी, वह वरिष्ठ
माध्यमिक स्तर तक अप्लाइड मैथमेटिक्स ले सकेंगे। इस विषय को मानव संसाधन
विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल के सुझाव पर शामिल किया जा रहा है। इसके
संबंध में पोखरियाल ने ट्वीट भी किया है।
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