पिछले
महीनों में कई प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ियां सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश
सरकार अब फूंक-फूंक कर कदम रख ऱही है। इसी के तहत उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा
यानि यूपी टीईटी 2018 में
केंद्रों पर प्रवेश करते समय परीक्षार्थियों की वीडियोग्राफी भी होगी। शासन ने अपनी
मंशा से अवगत कराते हुए इस संबंध में मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को निर्देश
जारी कर दिया है। शासन का तर्क है कि यह कदम केंद्रों पर शांति बनाए रखने के तहत
उठाया गया है।
मालूम
हो यूपी टीईटी रविवार को प्रदेश के सभी जिलों में हो रही है। इसमें कुल 17 लाख 83 हजार 716 अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसके लिए
प्राथमिक स्तर पर 2070 व
उच्च प्राथमिक स्तर पर 1051 परीक्षा
केंद्र बनाए गए हैं। कई जिलों के परीक्षा केंद्रों पर एक हजार या उससे अधिक
परीक्षार्थी भेजे गए हैं, ऐसे
में अव्यवस्था भी सामने आ सकती है। इससे निपटने के लिए अब दोनों पालियों में
परीक्षा शुरू होने से पहले प्रवेश के समय मुख्य गेट पर वीडियोग्राफी कराने के
निर्देश हुए हैं। ताकि परीक्षा नकल विहीन व शांतिपूर्ण तो हो ही, संदिग्ध व
उपद्रवी तत्वों की भी आसानी से पहचान हो सकेगी।
अभ्यर्थी इन बातों का रखें ख्याल
1.
परीक्षा में माइनस मार्किंग नहीं है,
इसलिए अभ्यर्थी सभी प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं।
2.
परीक्षार्थियों को ढाई घंटे में 150
सवालों का जवाब देना होगा।
3. सावधानी
रखें। ओएमआर शीट को भरने से पहले चेक कर लें, फटी या मिस प्रिंट न हो। यदि ऐसा है तो उसे
बदल सकते हैं।
4. ब्लैक
बॉल पेन ही इस्तेमाल करें। निश्चित खाने वाला गोला ब्लैक बॉल प्वाइंट पेन से भरें।
उसे अधूरा न छोड़ें।
5.
ध्यान रखें, ओएमआर
शीट पर रफ कार्य, अन्य
निशान न बनाएं, कटिंग
व ओवर राइटिंग भी न करें।
6. किसी
दशा में ओएमआर शीट पर वाइटनर का प्रयोग बिल्कुल न करें, वरना उसका मूल्यांकन नहीं होगा। क्योंकि
वाइटनर का प्रयोग वर्जित है।
7. ध्यान
रखें, जितने प्रश्नों का जवाब दिया है, शीट पर उसे अंकों व शब्दों में भी लिख दें।
8. प्राथमिक
स्तर की परीक्षा सभी विषयों के अभ्यर्थियों के लिए समान है और सभी भाग अनिवार्य
होंगे।
9. उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में तीन भाग सभी विषयों के
अभ्यर्थियों के अनिवार्य है, जबकि भाग चार में अपने विषय के अनुसार सवाल हल करें।
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