3/05/2020

कोरोना वायरस ने पसारा पांव, हो जाएं सावधान (DO2WIN)

सोर्स : गूगल इमेजेज

(DO2WIN), नई दिल्ली भारत में कोरोना वायरस लगातार पांव पसारता जा रहा है। बुधवार सुबह तक 29 मामले सामने आ चुके थे। सबसे ताजा तरीन मामलों में आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस के तीन संदिग्ध मरीजों की जानकारी हुई है।
इनमें से दो व्यक्ति तीन दिन पहले खाड़ी देश से लौटे थे। जबकि तीसरा व्यक्ति उनके परिवार की ही एक महिला है। इसी तरह, गाजियाबाद में भी दो संदिग्ध मरीजों की हालत खराब बताई जा रही है। फिलहाल इन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। इनमें से एक मरीज तेहरान से लौटा है और उसका तीन दिन से बुखार उतर रहा है। पूरे देश में कोरोना को लेकर सतर्कता और बढ़ा दी गई है। इस वायरस के प्रकोप को देखते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने  4 मार्च तक मुंबई अंतरर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 563 विमानों के 66,977 यात्रियों की जांच की गई। खासतौर से कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की अंतरर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर ही थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। पता चला है कि महाराष्ट्र में कोरोना प्रभावित देशों से 454 यात्री पहुंचे हैं, लेकिन सुकून की बात यह है कि अभी तक यहां एक भी मामला सामने नहीं आया है। इसी तरह चेन्नई में भी तमाम तरह के एहतियाती कदम उठाए हैं।  12 आइसोलेशन कमरे बनाने के अलावा डॉक्टरों की टीम बनाई गई है। वहां इतनी सतर्कता इसलिए बरती जा रही है क्योंकि वहां पिछले महीने 10 संदिग्ध मामले सामने आए थे। हालांकि इनमें से किसी में भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई थी।

भारत के अलावा पूरी दुनिया की बात करें तो दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 6,000 तक पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस से चीन के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित देश दक्षिण कोरिया है। वहां 35 लोगों की मौत हो गई है। इटली में अब तक 107 लोगों की मौत हो चुकी है। इराक में भी यह बीमारी तेजी से पांव पसार रही है। अमेरिका की भी हालत बुरी होती जा रही है। यहां कोरोना वायरस की चपेट में आकर 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 129 मरीज इसकी चपेट में हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक चीन के बाहर 76 देशों में कोरोना वायरस के 2,100 से अधिक नए मामले समाने आए हैं, जबकि संक्रमित लोगों की कुल संख्या 12,600 से अधिक हो गई है। वहीं मरने वालों की संख्या 214 हो गई है।

कोरोना के लक्षण
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कोरोना वायरस वैसे तो बेहद आम है। लेकिन कोरोना वायरस परिवा के कुछ वाय़रस बेहद खतरनाक होते हैं। जैसे सार्स (सिवियर एक्यूट रेसपिरेटरी सिंड्रोम) और मर्स (मिडल ईस्ट रेसपिरेटरी सिंड्रोम)। फिलहाल चीन के वुहान से शुरू हुई इस महामारी के लिए जिम्मेदार विषाणु को नॉवेल कोरोना वायरस या nCoV का नाम दिया गया है। इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो यह सामान्य सर्दी जुकाम या निमोनिया जैसा होता है। इस वायरस का संक्रमण होने के बाद बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खरास जैसी समस्या सामने आती है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसीलिए इसे लेकर ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है।

कोरोना से बचाव

कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने के साथ ही बचाव के लिए तमाम एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति को इससे बचाव के लिए खुद भी सतर्क रहना होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन और कई अन्य संगठनों का कहना है कि 6 वर्ष से कम और 60 वर्ष से अधिक वाले ज्‍यादा सवाधान रहें। हाथ मिलाने से बचने के लिए कहा जा रहा है।  छींकने और खांसने के बाद, बीमार व्यक्ति से मुलाकात के बाद, शौचालय के इस्तेमाल के बाद, खाने बनाने और खाने के बाद, पशुओं को छूने के बाद हाथ धोने के लिए जा रहा है। खांसी या छींकने पर टिशू का इस्तेमाल करना चाहिए या कोहनी से ढंकना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति बिलकुल पास में ही खांसे या छींके तो कुछ सेकंड तक टुकड़ों में सांस लेना चाहिए। जहां तक संभव हो खांसने और छींकने वालों से दूर रहना चाहिए। हाथ से होठ, आंख, नाक छून से परहेज करना चाहिए। यदि मुंह पर मास्क लगा सकें तो यह सबसे अच्छी बात होगी। लिफ्ट में बटन दबाने के लिए पेन का प्रयोग करें। किसी दरवाजे के हत्थे को भी संभल कर छुएं। अंडा और मांस से दूरी रखें। मोबाइल फोन को नियमित रूप से साफ करें। सार्वजनिक स्‍थानों पर थूकने से बचें, खेतों की ओर जाने, जीवित पशुओं के बाजार में जानें से बचें

हो जाएं सावधान

बुखार, खांसी और जुकाम हो तो यात्रा न करें। अचानक तेज बुखार होना, तेज बुखार, जुकाम और खांसी होना, शरीर में तेज दर्द के साथ कमजोरी, लिवर और किडनी में परेशानी, सांस में तकलीफ होना, निमोनिया के लखण दिखना, पाचन क्रिया में अचानक तकलीफ होना सामने आए तो न केवल सावधान हो जाएं, बल्कि डाक्टर से भी संपर्क करें। इसमें किसी तरह की लापरवाही न बरतें। बचाव और सावधानी ही सबसे बड़ा इलाज है।


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